देहरादून। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित संवेदीकरण कार्यक्रम के तहत सोमवार को जल संस्थान के अधिकारियों को मानकों की जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम देहरादून स्थित जल भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 50 से अधिक अधिकारियों ने आनलाइन व आफलाइन रूप से कार्यक्रम में भागीदारी की।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जल संस्थान की मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग थी। उन्होंने पानी की गुणवत्ता के महत्व और इसे बनाए रखने में मानकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि भारतीय मानक अब उपयोगकर्ताओं के लिए निशुल्क उपलब्ध हैं।
भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के निदेशक व प्रमुख सौरभ तिवारी ने बीआईएस के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भारतीय मानक-17482 ‘पेयजल आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली – पाइप पेयजल आपूर्ति सेवा के लिए आवश्यकताएँ’ विषय में बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक-17482 को राज्य में इसके कार्यान्वयन के संबंध में प्रतिक्रिया के लिए उत्तराखंड राज्य स्तरीय समिति द्वारा चुना गया था।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सीपीएचईईओ के उप सलाहकार डॉ. रमाकांत ने भारतीय मानक-17482 के प्रावधानों पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने विभिन्न शहरों में इसके सफल कार्यान्वयन के विषय में बताया। उन्होंने प्रतिभागियों के प्रश्नों का भी समाधान किया और मानकों को सुचारू रूप से अपनाने को कहा। इस दौरान जल संस्थान के सचिव प्रशासन सतेंद्र गुप्ता और सचिव मूल्यांकन मनीष सेमवाल भी उपस्थित थे