उत्तराखंड की जनरल नॉलेज और नीति शास्त्र रहेंगे पीसीएस में डिसाइडर

उत्तराखंड पीसीएस में सफल होना है तो अब उत्तराखंड से संबंधित जनरल नॉलेज और नीति शास्त्र में महारत हासिल करनी जरूरी हो जाएगी । क्योंकि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने अब पीसीएस के लिए जो सिलेबस तय किया है उसमें इन दोनों विषयों का अहम रोल रहने वाला है। आयोग ने नया सिलेबस वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।

नए सिलेबस में कई बदलाव किए गए हैं । पहले पीसीएस मेंस में सात पेपर होते थे लेकिन अब आठ पेपर होंगे। यह आठवां पेपर उत्तराखंड से संबंधित जनरल नॉलेज का होगा । पेपर नंबर 7 भी उत्तराखंड से संबंधित जनरल स्टडी का ही होगा, इसलिए अब उत्तराखंड का सामान्य ज्ञान पीसीएस में सफल होने के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। इसके अलावा एक बड़ा बदलाव नीति शास्त्र पेपर में भी किया गया है अब यह पेपर नंबर 6 होगा हो इसमें जो 120 अंक का मैथ आता था उसे खत्म कर दिया गया है। अब यह पूरा पेपर 200 अंक नीति शास्त्र का होगा, यानी कि अब नीति शास्त्र महत्वपूर्ण हो गया है और गणित सिलेबस से बाहर कर दिया गया है । एक अहम बदलाव हिंदी के पेपर में भी किया गया है। पहले हिंदी के पेपर में व्याकरण और निबंध एक ही पेपर में आते थे और इसके लिए 3 घंटे का समय मिलता था। लेकिन अब इन दोनों को अलग कर दिया गया है। हिंदी व्याकरण का अलग पेपर होगा और निबंध का अलग पेपर होगा।

इंटरव्यू की अहमियत कम होगी

पीसीएस में अब इंटरव्यू की भूमिका कम होने वाली है अभी तक इंटरव्यू कुल मिलाकर 200 अंक का होता था लेकिन नए सिलेबस के मुताबिक साक्षात्कार के लिए अब अधिकतम 150 अंक तय कर दिए गए हैं। अभी तक फाइनल मेरिट कल 1700 अंक में से बनती थी लेकिन अब फाइनल मेरिट 1650 अंकों से बनेगी।

 

‘नये बदलाव के बाद अभ्यर्थियों को निबंध की गुणवत्ता  बेहतर करनी होगी साथ ही नीति शास्त्र पर ज्यादा ध्यान देना होगा क्योंकि नीतिशास्त्र 80 की बजाय अब 200 अंक का हो गया है। और सबसे अहम होगा उत्तराखंड की जनरल स्टडी, उत्तराखंड का सामान्य ज्ञान अब पीसीएस में डिसाइडिंग फैक्टर बन गया है। ‘

– अरविंदर सिंह निदेशक जीएस आईएएस अकेडमी

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